अशोक नगर/ कर्मों के खेल मे राम हो या महावीर कौई बच नहीं पायें क्योंकि मानव का जीवन कर्मो के आधार पर चलता है। जो जैसा करेगा वैसे ही परिणाम उसे भोगने पड़ेंगे। पाप पुण्य के फल इंसान को यही भोग कर जाना होता है।
पाप करने से कर्मो के बंधन बंद होते इंसान की आत्मा दुगति जा सकती है। धर्म की आराधना करने पर ही कर्मो की निर्जरा से आत्मा अजर अमर बन सकती है। लोकाशाह जैन स्थाकन मे शनिवार को आयोजित धर्मसभा को सम्बोधित करतें हुये प्रवर्तक सुकन मुनि महाराज ने कहें ! डॉक्टर वरूण मुनि अखिलेश मुनि ने सामूहिक जाप करवाया और धर्मसभा मे विचार व्यक्त कियें!
मीडिया प्रवक्ता, सुनिल चपलोत
लोकाशाह जैन स्थाकन, अशोक नगर, उदयपुर