राजस्थानी एसोसिएशन तमिलनाडु एवं फलोर ब्रदर्स चेरिटेबल ट्रस्ट के संयुक्त तत्वावधान में दिनांक 10 से 12 जनवरी 2023 को त्रीदिवसीय ऑष्टियोपैथिक (आर्थो) चिकित्सा शिविर पट्टालम स्थित शांतिनाथ जैन भवन में सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।
जोधपुर के सुप्रसिद्ध डॉ. गोवर्धनलालजी पाराशर डी.ओ. (आष्टियोपैथ), आयुर्वेद रत्न द्वारा एक अनूठी और अनोखी वैकल्पिक पद्दति द्वारा रीढ की हड्डी, कंधों का दर्द, जोड़ों का दर्द, कोहनी, कलाई, घुटना, कमर दर्द, पीठ दर्द, हड्डी जलन, बुढ़ापे का दुष्प्रभाव आदि का ईलाज किया गया। दिनांक 12 जनवरी को सम्मान समारोह आयोजित किया गया। प्रार्थना के पश्चात चयनित अध्यक्ष मोहनलाल बजाज द्वारा स्वागत भाषण दिया गया।
चेयरमेन श्रीपाल कोठारी ने शिविर के बारे में जानकारी दी और बताया कि इस शिविर में करीब 480 नये तथा उनमें से 200 मरीजों का ईलाज दोहराया गया। महासचिव जयंतीलाल तेलीसरा ने रजत की गतिविधियों पर प्रकाश डाला। कोआर्डिनेटर ज्ञानचंद कोठारी ने डॉ.गोवर्धनलाल पाराशर का परिचय देते हुए कहा कि पाराशर जी ने भारतवर्ष में 4000 से भी ज्यादा शिविरों में सेवाएँ दी है। विश्व के 161 देशों के शिविरों में सेवाएँ प्रदत्त की है और उनको अनेक संस्थाओं द्वारा अवार्ड से सम्मानित किया गया है।
तत्पश्चात डॉ. गोवर्धनलाल पाराशर का महासचिव डी.जयंतीलाल तेलीसरा व उपाध्यक्ष प्रवीण टाटिया ने शाल व स्मृति चिन्ह प्रदान किया।
उनकी टीम को शाल व स्मृति चिन्ह से सम्मान कोषाध्यक्ष गौतमचंद समदडिया व कांतिलाल संघवी ने किया। शिविर के लाभार्थी कमल फलोर का बहुमान कुशालचंद रांका व कांता बिसानी ने किया। शांतिनाथ भवन के पदाधिकारीयों को मोमेन्टो दिया गया। ज्ञानचंद कोठारी ने कार्यक्रम का संचालन कुशलता पूर्वक किया।
शिविर में गणगोर के सदस्याओं का सहयोग सराहनीय रहा। जनरल सेक्रेटरी जयंतीलाल तेलीसरा ने सभी का आभार प्रकट किया। केम्प में वीनोद जैन, इन्द्रचन्द छाजेड़, महेंद्र कुंकुलोल, रीषभ सकलेचा, आशकरण कोटेचा, सुनीता जैन एवं अनेक सदस्यों का सहयोग सराहनीय रहा।