बेंगलूरु। राजस्थान परिषद बेंगलुरु द्वारा आचार्य तुलसी चेतना सेवा केंद्र में एक विशिष्ट कार्यक्रम “मीट द आईकन “का शुभारंभ किया गया। इस विशिष्ट कार्यक्रम में प्रथम अतिथि के रूप में अप्रवासी भारतीय सुरेंद्र पटावरी का साक्षात्कार किया गया। सुश्री निधि सिंघी एवं दिनेश मरोठी द्वारा लिए गए साक्षात्कार में सुरेंद्र बोरड पटावरी ने अपने जीवन के कुछ विशिष्ट पहलुओं एवं सामाजिक विषयों पर अपनी बेबाक राय रखी।
राजस्थान में मोमासर से संबंधित सुरेंद्र पटावरी विदेश में रहते हुए अपने मुल्क, अपने गांव के प्रति विशिष्ट प्रेम रखते हैं एवं उन्होंने इसके लिए विशिष्ट भूमिका भी निभाई है उन्होंने अपने गांव में सफाई का जिम्मा एवं विशिष्ठ चिकित्सालय जहां पर प्रतिदिन 200 लोगों का नि:शुल्क उपचार किया जाता है का जिम्मा उठाया उठाया एवं आसपास के 11 गांव को गोद लिया हुआ है साक्षात्कार में उन्होंने कहा कि जीवन में आगे बढ़ने के लिए विश्वास सबसे बड़ी बात होती है।
व्यवसाय के बारे में उन्होंने बात करते हुए कहा कि उनका व्यापार 25 देशों में है परंतु उन्होंने अपने कर्मचारियों को कभी किसी असफलता के लिए कारण नहीं पूछा बल्कि उसे किस प्रकार सफल बना सकते हैं इस विषय पर बात करते हैं और अपने सभी कर्मचारियों को अपने माता पिता को सम्मान करने के लिए प्रेरित करते हैं।
सुरेंद्र पटावरी ने राजस्थान में होली व दीपावली आदि सभी त्योहारों की विशिष्टता बनी रहे इसके लिए प्रतिवर्ष बेल्जियम से राजस्थान में आकर होली का कार्यक्रम आयोजन करते हैं। साक्षात्कार में राजस्थान परिषद की टीम से कहा कि किसी भी कार्यक्रम की विशिष्टता इसमें होती है कि हम जो कार्य करते हैं उसे संपूर्ण निष्ठा के साथ करें तभी हम समाज और राष्ट्र का उत्थान कर सकते हैं।
उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय आचार्यश्री महाप्रज्ञजी एवं उनके अवदानों को दिया कि उनके बताए मार्ग पर चलकर आज मुझे हर क्षेत्र में सफलता मिल रही है। कार्यक्रम में राजस्थान परिषद के अध्यक्ष कमल तातेड़, मंत्री मनीष तातेड़ ने सुरेंद्र पटावरी का मेमेंटो द्वारा सम्मान किया। गौरतलब है कि सुरेंद्र पटावरी प्रवासी भारतीय सम्मेलन के मुख्य प्रायोजक एवं संयोजक भी थे। कार्यक्रम का संचालन विनय बैद ने किया ।