जय जिनेंद्र कोडंबाक्कम वड़पलनी श्री जैन संघ के प्रांगण में आज तारीख 9 अगस्त मंगलवार को प. पू. श्री सुधाकंवर जी म सा के सानिध्य में श्रमण सूर्य, मरुधर केसरी परम पूज्य गुरुदेव श्री मिश्रीमल जी म सा एवं लोकमान्य संत, शेरे राजस्थान प.पू. गुरुदेव श्री रूप चंद जी म सा की जन्म जयंती के द्वि दिवसीय कार्यकम मैं आज प्रथम दिवस वह उवसग्गहरं स्तोत्र के सजोड़े जाप द्वारा मनाया गया। साध्वी जी ने वह उवसग्गहरं स्तोत्र की महिमा बताते हुए कहा कि उवसग्गहरं स्तोत्र सभी संकटों को हरने वाला है। भद्रबाहु स्वामी द्वारा रचित यह स्तोत्र पार्श्वनाथ भगवान की स्तुति है। इसका जाप करने से जीवन में आनंद एवं मंगल की प्राप्ति होती है।
आज के धर्म सभा में श्रीमती सुशीला जी बाफना ने 29 उपवास श्रीमती मनीषा जी लुंकड़ में 24उपवास के प्रत्याख्यान किए। इसी के साथ कई धर्म प्रेमी बंधुओं ने विविध तपस्याओं के प्रत्याख्यान ग्रहण किए। आने वाले 10 अगस्त को श्रमण सूर्य, मरुधर केसरी परम पूज्य गुरुदेव श्री मिश्रीमल जी म सा एवं लोकमान्य संत, शेरे राजस्थान प.पू. गुरुदेव श्री रूप चंद जी म सा की जन्म जयंती के द्वितीय दिवस पर गुरु देवो की गुणानुवाद सभा रखी गई है। आने वाली 12 अगस्त को श्रीमती सुशीला जी बाफना के मासखमण का तप अभिनंदन समारोह आयोजित किया जाएगा। आने वाली 15 तारीख को स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष में बच्चों का फैंसी ड्रेस कॉम्पटीशन आयोजित किया जा रहा है।