वैशाख शुक्ल त्रयोदशी को पण्डित रत्न उपाध्याय भगवन्त पूज्यश्री मानचन्द्रजी म.सा का 63 वां दीक्षा दिवस, बेसिन वाटर वर्क्स स्ट्रीट साहूकारपेट चेन्नई में स्थित स्वाध्याय भवन में जप तप त्याग पूर्वक श्रद्धालुओं द्वारा मनाया गया |
श्री जैन रत्न हितैषी श्रावक संघ, तमिलनाडु के निवर्तमान कार्याध्यक्ष आर.नरेन्द्रजी कांकरिया ने पण्डित रत्न उपाध्यायश्री मानचंद्रजी म.सा के ऋजुता,सरलता,कषाय मंदता, विद्धवता,अप्रमतता, मधुरभाषिता कालोकाल नियमितता,प्रशांतमना, आत्मार्थी आदि विशिष्ठ गुणों के अनेक उद्दरण धर्म सभा में रखते हुए कहा कि उनके विनय सेवा व सरलता के गुणों के कारण उन्हें चौथे आरे की बानगी के रुप में जैन जाता हैं |
वरिष्ठ स्वाध्यायी श्री आर वीरेंद्रजी कांकरिया ने जैन साहित्यिक श्री दिलीपजी धींग के वर्तमान में प्रासंगिक चिन्तन भगवान महावीर के अर्थशास्त्र और विश्वशांति पर्यावरण,न्याय व नैतिकता, शाकाहार,अहिंसा, शिक्षा व स्वास्थ्य पर विस्तृत अनुप्रेक्षा की व उपाध्याय भगवन्त की विशिष्टताओं पर प्रकाश करते हुए गुणगान किये |
श्रद्धालुओं ने उपाध्यायश्री के गुणगान रुप में गुरुवर मान महान हैं,जिनशासन की शान हैं,करता गौतम गान हैं, सामूहिक रुप से गुणगान किये |
श्रावक संघ,तमिलनाडु के उपाध्यक्ष श्री गौतमचंदजी मुणोत,रुपराजजी सेठिया,श्रावक संघ तमिलनाडु के कोषाध्यक्ष अम्बालालजी कर्णावट व इंदरचंदजी कर्णावट,पदमचन्दजी दीपकजी व योगेशजी श्रीश्रीमाल, स्वाध्यायी कांतिलालजी तातेड़, स्वाध्याय संघ जोधपुर के सहसंयोजक श्री नवरतनमलजी बागमार उच्छबराजजी गांग, वीरेन्द्रजी ओस्तवाल,वरिष्ठ स्वाध्यायी लीलमचन्दजी बागमार जितेंद्रजी महावीरजी कर्णावट की सामायिक परिवेश में उपस्थिति रहीं |
उपाध्याय श्री मानचन्द्रजी म.सा के गुणगाण रुप में मान चालीसा का गान करते हुए सामूहिक स्तुति की गई |
सामूहिक व्रत,नियम,प्रत्याख्यान, उपवास पौरसी, मंगलपाठ,वन्दना पश्चात तीर्थंकरों, श्रमण भगवान महावीर स्वामी,आचार्यों,उपाध्याय भगवन्त,भावी आचार्यश्री,साध्वी प्रमुखा व चरित्र आत्माओं की जय-जयकार के साथ उपाध्याय श्री मानचन्द्रजी म.सा का 63 वां दीक्षा दिवस जप तप त्याग पूर्वक दर्शन दिवस के रुप में सम्पन्न हुआ |
प्रेषक :- “स्वाध्याय भवन”
24 / 25 बेसिन वाटर वर्क्स स्ट्रीट साहूकारपेट, चेन्नई 600 079