इंदौर। कृष्णगिरी पीठाधिपति डॉ. वसंतविजयजी म.सा. ने गुरुवार को हृींकारगिरी तीर्थ धाम में अपने दिव्य भक्ति चातुर्मास प्रवचन में कहा कि प्रभु की स्तुति करने से न केवल आत्मविश्वास बढ़ता है बल्कि हम जीवन की कठिन से कठिन चुनौतियों का सामना बेहतर तरीके से करते हुए मंजिल तक पहुंचते हैं।
उन्होंने कहा कि परमात्मा की स्तुति करने से हमारी अविद्या का नाश होता है और हमें शक्ति प्राप्त होती है। इससे पहले प्रातः के सत्र में संतश्रीवज्रतिलकजी की निश्रा में प्रतिक्रमण व सामूहिक भक्तामर मंत्र जाप किया गया।
ट्रस्टी जय कोठारी ने बताया कि धाम में प्रतिष्ठापित मूलनायक परमात्मा पार्श्वनाथजी की प्रतिमा का विधिकारक हेमंत वेदमूथा मकशी द्वारा 50 दिवसीय 18 अभिषेक गुरुवार को भी जारी रहा। वहीं डॉ. वसंतविजयजी म.सा. से मांगलिक आशीर्वाद लेने वाले श्रद्धालुओं का आज भी दिनभर तांता लगा रहा।