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इन्द्रियों के पराधीन रहोगे तो मानव भव के साथ अपनी आत्मा को मलिन होने से नहीं बचा पाओगें: महासती धर्मप्रभा

इन्द्रियों के पराधीन रहोगे तो मानव भव के साथ अपनी आत्मा को मलिन होने से नहीं बचा पाओगें: महासती धर्मप्रभा

Sagevaani.Com @चैन्नई। इन्द्रिया वश मे हो गई तो मानव को संसार मे पूज्यनीय और महान बना सकती है।शुक्रवार को साहूकार पेठ जैन भवन में महासती धर्मप्रभा ने आयोजित धर्मसभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि इन्द्रिया हमारी अच्छे फल भी देती है और बुरे फल भी देती है। इन्द्रियों के पराधीन व्यक्ति अपने मानव भव को बिगाड़ सकता और अपनी आत्मा को वो मलिन होने से नहीं बचा सकता है। मनुष्य को अपनी इन्द्रियों पर विजय प्राप्त करनी है तो उसे इन्द्रियों को वश में करना ही पड़ेगा। ज्ञान और साधना एक ऐसी शक्ति है,जिसके माध्यम से सब कुछ प्राप्त किया जा सकता है।

ज्ञान मे वो कला है।जिसकी शक्ति से इंसान अपनी इन्द्रियो को वश में कर सकता है। जिसने इन्द्रियों को वश में कर लिया समझों उसने स्वयं तो क्या उसने दुनिया पर विजय प्राप्त कर ली और परमात्मा के करीब पहुंच गया। मनुष्य अपनी इन्द्रियों के वशीभूत होकर संसार में कई ऐसे पाप कर्म कर बैठता है जिसका प्राश्चित करना उसके लिए कठिन हो जाता और वह अपने मोक्ष के द्वार बंद कर लेता है। मनुष्य मोक्ष पाने की कामना रखता है।और परमात्मा के करीब जाने की इच्छा है तो उसे स्वयं पर विजय प्राप्त करनी पड़ेगी तभी वह अपना मंगल कर सकता है और अपनी इस आत्मा को संसार से मोक्ष दिला पाओगे।

साध्वी स्नेहप्रभा ने कहा कि इन्द्रिया मनुष्य की मित्र भी है और शत्रु भी है मनुष्य अपनी इन्द्रियों का सही ढ़ग से ईस्तेमाल करे तो उसे आसमान की बुलंदिया छुआ सकती है और उसने गलत इस्तेमाल किया तो इन्द्रिया मनुष्य का सर्वनाश और पतन करवा सकती है। इन्द्रियो को वश मे करना है तो हमे अपने मन को वश मे करना पड़ेगा और मन वश मे हो गया तो इन्द्रियां स्वत ही वश मे हो जाएगी।

इसदौरान धर्मसभा मे दो सौं से अधिक बहनों नें श्रीपार्श्व पद्मावती के एकासन व्रत के साध्वी धर्मप्रभा से प्रत्याख्यान लिए। जिनका श्री संघ के अध्यक्ष एम.अजितराज कोठारी महामंत्री सज्जन राज सुराणा,हस्तीमल खटोड़,बादल कोठारी, माणक खाबिया,महावीर कोठारी,देवराज लुणावत, शम्भूसिंह कावड़िया,अशोक सिसोदिया,ज्ञानचन्द चौरड़िया आदि पदाधिकारियों एवं महिला मंडल की बहनों ने एकासान तप की अनूमोदना की।

संघ के कार्याध्यक्ष महावीर चन्द सिसोदिया ने जानकारी देतें हुये बताया की दिनांक 12 सितंबर से साहूकार पेठ मे अष्टदिवसीय पर्वाधिराज पर्युषण महापर्व में प्रतिदिन प्रातः 8:15 बजे अंतकृतदशांग सूत्र वांचन और श्री कृष्णचारित्र का वांचना साध्वी धर्मप्रभा साध्वी स्नेहप्रभा के द्वारा प्रवचन के दौरान किया जाएगा तथा पर्युषण महापर्व मे अंखड णमोकार महामंत्र जाप आदि के अलावा दोपहर धार्मिक प्रतियोगिता तथा सायंकालीन प्रतिक्रमण आदि सभी कार्यक्रम साहूकार पेठ मे होगें।

प्रवक्ता सुनिल चपलोत

श्री एस.एस. जैन भवन साहूकार पेठ चैन्नई

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