चेन्नई. मुनि ज्ञानेन्द्रकुमार, मुनि विमलेशकुमार ने पंचदिवसीय प्रवास के लिए मिंजूर के तेरापंथ सभा भवन में प्रवेश किया। धर्मसभा को संबोधित करते हुए मुनि ज्ञानेन्द्रकुमार ने कहा कि संतो के आगमन का उद्देश्य जीवन में धर्म के संस्कारों का जागरण करना होता हैं।
मुनि ने आगे कहा कि व्यक्ति को आर्थिक या भौतिक दृष्टि से ही नहीं आध्यात्मिक दृष्टि से भी सम्पन्न होना चाहिए। संत समागम का लाभ व्यक्ति के जीवन को सर्वांगीण विकास में योगभूत बनता हैं। संतो के प्रवास का पूरा लाभ उठाना आपकी जिम्मेदारी हैं।
संतो के सान्निध्य से जीवन में ज्ञान के साथ संस्कार और धार्मिक भावना का भी विकास होता हैं। महेन्द्र संचेती ने श्रावक समाज की ओर से मुनि वृंद का स्वागत किया। महिला मण्डल मंत्री उषा सेठिया ने विचार प्रकट किए।
मुनि का इस बार तेरापंथ सभा भवन, साहुकारपेट में चातुर्मासिक प्रवास के लिए 30 मई को रेड हिल्स में नगर प्रवेश का कार्यक्रम समायोजित होगा।