दुर्ग जय आनंद मधुकर रतन भवन बांधा तालाब दुर्ग में संत श्री रतन मुनि एवं विवेक मुनि के सानिध्य में चातुर्मास गतिमान है। यह धार्मिक अनुष्ठान याद तपस्या त्याग तपस्या के साथ प्रदूषण पर्व की तैयारियां पूर्ण रुप से की गई है, जिसमें संत गौरव मुनि से मार्गदर्शन ने आठ दिवसीय कार्यक्रम की रुपरेखा तैयार या चुकी है।
पयुर्षण पर्व के दैनिक आयोजन के रूप में 4 सितंबर से धार्मिक अराधना प्रारंभ होगी जिसमें प्रातः 6:00 बजे से धर्म आराधना का क्रम प्रारंभ होगा। श्रमण संघ दुर्ग प्रचार प्रसार प्रमुख नवीन संचेती ने जानकारी देते हुए बताया प्रार्थना, अंतागढ़ सूत्र का वाचन, अमृत मय जिनवाणी, भक्तांबर स्त्रोत का जाप, नंदी सूत्र का वाचन, लोगस्स सूत्र का वाचन, महा मांगलिक, जाप साधना, कल्प सूत्र का वाचन, धार्मिक प्रतियोगिता, स्वाध्याय, प्रतिक्रमण एवं आचार्य सम्राट जयमल जी महाराज का जाप प्रतिदिन पर्युषण पर्व के दौरान चलेगा।
इसके अतिरिक्त प्रतिदिन अलग-अलग विषयों पर गुरु भगवंतो के प्रवचन रहेंगे।
आत्मा जागृति का पर्व प्रर्युषण,
मां है ममता का मंदिर, दान से पाओ सम्मान, विचार बदलो जीवन बदलो, सेवा ही धर्म है, आज्ञा ही धर्म है, जीवन का कोहिनूर क्षमा जेसे विषयों पर धर्म सभा में प्रवचन होंगे।
भक्तांबर स्त्रोत की 26 वे श्लोक का अनुष्ठान
आज आनंद मधुकर रतन भवन में भक्तांबर स्त्रोत के 26 में श्लोक का अनुष्ठान हुआ। इसके निमित्त जॉब से नियमित जाप करने से शरीर के अंदर रोग शोक का भाव प्रभाव नहीं होता और आदमी प्रसन्नचित और निरोगी बनता है। आज के अनुष्ठान में बड़ी संख्या में श्रावक श्राविकाओं हिस्सा लिया।
इसके अलावा गंणधर तप, माता पद्मावती जाप एवं ईकासना आयबिल में जैन समाज के लोग बड़ी संख्या में हिस्सा ले रहे हैं।
श्रमण संघ दुर्ग के अध्यक्ष निर्मल बाफना, टीकम छाजेड़ एवं समस्त पदाधिकारियों ने प्रवचन पर्व में सभी आयोजन में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने की जैन समाज से अपील की है।