आत्म शुद्धि के 8 दिवसीय जैन पर्वाधिराज महापर्व पर्युषण 15 अगस्त शनिवार से प्रारम्भ हो गए । विश्वव्यापि कोरोना महामारी के कारण इतिहास में पहली बार जैनों को जिन मंदिर एवं साधु-साध्वीजी आदि गुरु भगवन्तों के सानिध्य बिना ही मनाना पड़ रहा हैं ।
कोरोना से सुरक्षा एवं सरकारी आदेशों की पालना हेतु जैन संघों के निर्देशानुसार समस्त प्रवासी जैन परिवार अपनी पर्युषण पर्व की साधना आराधना अपने अपने घरों में ही कर रहे हैं ।
इसी श्रंखला में हीराचंद कांकरिया के नेतृत्व में सौकारपेट के सोम सुंदरम स्ट्रीट में कुम कुम रेजीडेंसी के जैन परिवारों ने पर्युषण के प्रथम दिवस हर्षोल्लास से ज्ञान की भव्य स्थापना कर कल्पसूत्र पूजन किया ।
दीपक कांकरिया द्वारा श्रावक जीवन के आवश्यक कर्तव्यों का वांचन किया गया। इसी प्रकार आठों दिवस वांचन के साथ ही राईय एवं देवसिय दोनों समय के आवश्यक प्रतिक्रमण की भी व्यवस्था की गई हैं।
प्रेषक
Hirachand kankariya
Deepak chemicals