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आत्मा ही परमात्मा बन सकती है शरीर तो केवल चोला है-महासति दिव्यज्योतिजी म.सा.

आत्मा ही परमात्मा बन सकती है शरीर तो केवल चोला है-महासति दिव्यज्योतिजी म.सा.

 नागदा जं. निप्र- मीडिया प्रभारी महेन्द्र कांठेड़ एवं नितिन बुडावनवाला ने बताया कि धर्मसभा में महासति दिव्यज्योतिजी म.सा. एवं महासति वैभवश्रीजी म.सा. ने कहा कि आत्मा ही परमात्मा है जिसका निवास स्थान हमारा शरीर है। जो सभी के शरीर में विद्यमान है। वह परमात्मा बन सकती है। शरीर तो एक चोला है। आत्मा के पास आपके पल-पल कर रहे हर कर्मो का लेखा है। उसी हिसाब से आपको फल भुगतना पड़ेगा। भगवान की चक्की धीरे चलती है लेकिन आटा एकदम महीन पीसती है। भगवान परमात्मा का कोई स्थान फिक्स नहीं है। कण-कण में है भगवान, जहां भी भक्ती करोगे वही परमात्मा हाजीर हो जाते है। गुरूदेव ने कहा कि हमें कभी क्रोध, गुस्सा नहीं करना चाहिये क्योंकि क्रोध का प्रारम्भ चाण्डाल से होता है और अन्त पश्चाताप से होता है। पूज्य काव्याश्रीजी म.सा. एवं पूज्य नाव्याश्रीजी म.सा. ने एक सामुहिक स्तवन गीत सुनाया।

 मीडिया प्रभारी ने बताया कि श्री सुरेन्द्रजी पितलीया की धर्मचक्र की तपस्या के उपलक्ष्य में पितलीया परिवार की ओर से सामुहिक चौबीसी का आयोजन में परिवार के सदस्यगण प्रियंका, रोशनी, विनीत, अभिषेक, वंदन एवं संस्कृति पितलीया ने सबका आभार माना। एक से लगाकर एक सौ तक की उल्टी गिनती लिखने की प्रतियोगिता में प्रिया नवादावाला, सोनाली बुडावनवाला एवं मयंक बोहरा विजेता घोषित किये गये। जाप की प्रभावना का लाभ सुषमा सुशील कोलन ने लिया। अतिथि सत्कार का लाभ राजेन्द्र कांठैड़ ने लिया। संचालन श्रेणिक बम ने किया एवं आभार प्रकाशचन्द्र जैन लुणावत एवं सतीश जेन सांवेरवाला ने माना।

 धर्मसभा में प्रमुख रूप से सुनील सकलेचा, अजीत मारू, चंदनमल संघवी, देवेन्द्र कांठेड़, हुकमीचंद चपलोत, रवि संघवी, अशोक कोलन, दिलीप ओरा, सागरमलजी भण्डारी, ललित टेन्ट हाउस वाले संजय गोखरू, निर्मल चपलोत, अमृत कांठेड, सुरेन्द्र पितलीया, हर्ष तरवेचा आदि उपस्थित थे।

दिनांक 26/07/2022 मीडिया प्रभारी

                  महेन्द्र कांठेड

           नितिन बुडावनवाला

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