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आत्मावलोकन की प्रेरणा देता है समय : मुनि श्री कमलकुमार

जीवन व्यवहार में जैन संस्कृति को अपनाने की दी प्रेरणा

  टीपीएफ द्वारा नये वर्ष के कलैंडर का हुआ विमोचन

  नवीन इस्वी सन् के मंगल वेला पर आयोजित हुआ महामंगलपाठ

आचार्य श्री महाश्रमणजी के आज्ञानुवर्ती, उग्र विहारी, तपोमूर्ति मुनि श्री कमलकुमारजी ठाणा 3 के सान्निध्य में नववर्ष 2021 का महामांगलिक कार्यक्रम माधावरम् स्थित जैन तेरापंथ पब्लिक स्कूल में आयोजित हुआ।


कार्यक्रम की शुरुआत मुनि श्री के नमस्कार महांमत्र के सामुहिक स्मरण के साथ हुई। नववर्ष की मंगल वेला में मुनि श्री ने विभिन्न मंत्रोच्चार के साथ विशेष प्रेरणा पाथेय प्रदान करते हुए कहा कि समय अपनी गति के साथ चलता रहता है, जाते-जाते समय हमें आत्मावलोकन की प्रेरणा देता है कि हमने ऐसे कौन कौन से कार्य किए जो नहीं करने चाहिए और कौन कौन से कार्य जो करने थे, लेकिन पूर्ण नहीं कर पाये, उन्हें इस वर्ष पूर्ण करना है। मुनि श्री ने कहा कि हम सौभाग्यशाली है कि हमें मानव जन्म मिला। क्योंकि मनुष्य जन्म ही ऐसा जन्म है, जिसमें साधना, आराधना, भक्ति के द्वारा आत्मा – परमात्मा बन सकती हैं। वह सिद्धत्व को प्राप्त कर सकती है, स्वयं शिव बन सकती हैं।

मुनि श्री ने आगे कहा कि हमें इस मनुष्य रुपी भव को सफल बनाने के लिए जप, तप, स्वाध्याय को जीवन का अभिन्न अंग बनाना चाहिए। क्योंकि सामायिक, संवर के द्वारा नये आने वाले अशुभ कर्मों को रोका जा सकता है और निर्जरा के इन साधनों से बंधे हुए कर्मों को तोड़ा जा सकता है।
 

विश्व शांति के महान उद्देश्य से अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद् द्वारा सम्पूर्ण विश्व में आगामी रविवार, 03-01-2021 प्रात: 8.11 बजे से 09.50 बजे तक सम्पूर्ण जैन समाज की सहभागिता से आयोजित होने वाले जैन सामायिक फैस्टिवल में मुनि श्री ने सभी को सामायिक के महत्व को बताते हुए सहभागी बनने की, सामायिक करने की विशेष प्रेरणा दी और अन्यों को भी सहभागी बनाने का कहा।
  मुनि श्री ने कहा कि हम जैन है तो हमारे जीवन व्यवहार में जैनत्व मुखरित होना चाहिए। श्रावक अपने सामाजिक कार्य भी जैन संस्कार विधि द्वारा सम्पादित करें। आपस में मिलने पर जय जिनेन्द्र से अभिवादन करें। छोटे बड़ों का सम्मान करें। विनयशीलता, कर्मपरायणता का बोध हो। दूर्व्यसन-दुराचार का त्याग करें। कोई भी कार्य प्रारंभ करे, उस से पूर्व 5 बार नमस्कार महामंत्र का जप करें, अधिक कर सकते हैं तो और भी अच्छा है। गुरु इंगितानुसार शनिवार शाम 7:00 से 8:00 प्रत्येक सदस्य को सामायिक अवश्य करनी चाहिए। बाप-बेटा, सास-बहु अपने अपने कर्तव्यों का ध्यान रखें तो घर घर में अमन चैन, शांति का वातावरण बना रह सकता हैं।
 

तेरापंथ सभा के कार्यवाहक अध्यक्ष श्री विमल चिप्पड़ ने सभी संस्थाओं की ओर से शुभकामना सम्प्रेषित की। स्कूल ट्रस्ट से श्री गौतमचन्द बोहरा ने स्कूल के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि अभी 642 विद्यार्थी विद्यालय में अध्ययनरत हैं। उन्होंने कहा की इस संस्थान का लक्ष्य मात्र सेवा, सेवा और सेवा ही हैं।

तपस्विनी बहन श्रीमती सज्जनदेवी रांका ने अठाई का प्रत्याख्यान किया। मुनि श्री ने अठाई की कविता से अनुमोदना की। अनेकों भाई-बहनों ने उपवास-एकाशन आदि तप का प्रत्याख्यान किया। सभा मंत्री श्री प्रवीण बाबेल ने तपोभिनन्दन पत्र का वाचन कर तपस्वी श्री श्रीपाल सुराणा का तेरापंथ सभा द्वारा सम्मान किया गया। कार्यक्रम में हजारों लोगों ने दो-दो सामायिक कर वातावरण को आध्यात्ममय बना लिया। तेयुप अध्यक्ष श्री रमेश डागा ने 3 जनवरी के सामायिक फेस्टिवल कार्यक्रम की पूरी जानकारी दी तथा सभी को ज्यादा से ज्यादा संख्या में जुड़ने का आह्वान किया।
 

इस अवसर पर तेरापंथ प्रोफेशनल फोरम, चेन्नई शाखा द्वारा सन् 2021 के कैलेंडर का विमोचन दक्षिण भारत के राष्ट्रीय प्रभारी श्री दिनेश धोका, अध्यक्ष श्री डॉ सुरेश सकलेचा, निवर्तमान अध्यक्ष श्री अनिल लुणावत के द्वारा हुआ। प्रचार प्रसार प्रभारी स्वरूप चन्द दाँती ने बताया कि शनिवार को आचार्य श्री तुलसी की मासिक तिथि, रविवार को सामायिक फैस्टिवल, सोमवार को गुरुदेव तुलसी का दीक्षा दिवस मुनि श्री के सान्निध्य में मनाया जायेगा। मंगलवार को प्रात: प्रवचन के बाद मुनि श्री विहार कर तण्डियारपेट तेरापंथ भवन पधारेंगे एवं दोपहर का प्रवचन श्री विमलजी चिप्पड़ के निवास स्थान पर करने का फरमाया।

    -: प्रचार प्रसार प्रभारी :-
श्री जैन श्वेताम्बर तेरापंथी सभा, चेन्नई

            स्वरुप चन्द दाँती
          प्रचार प्रसार प्रभारी
श्री जैन श्वेताम्बर तेरापंथी सभा, चेन्नई

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