आज हर किसी के पास कार है मगर संस्कार नहीं। आज कार से ज्यादा संस्कारों की जरूरत है। सभी माता-पिता को अपने बच्चों को अच्छे संस्कार की शिक्षा देनी चाहिए।
कृष्ण ने एक सच्चाई बताई थी मरना सभी को है पर मरना कोई नहीं चाहता। आज परिस्थितियां विषम हैं। भोजन सभी को चाहिए लेकिन खेती करना कोई नहीं चाहता। पानी सभी को चाहिए पर पानी बचाना कोई नहीं चाहता।
दूध सभी को चाहिए लेकिन सभी पालना नहीं चाहते। छाया सभी को चाहिए लेकिन पेड़ लगाना कोई नहीं चाहता। बहु सभी को चाहिए लेकिन बेटी बचाना कोई नहीं चाहता। कुए का पानी सभी को एक समान मिलता है फिर भी करेला कड़वा, गन्ना मीठा और ईमली खट्टी होती है।
यह दोष पानी का नहीं बीज का है। वैसे ही मनुष्य सभी एक समान हैं लेकिन संस्कार उनमें अलग व्यकतित्व का विकसित करता है।