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आचार्य भिक्षु ने सत्य को जाना और जीआ : मुनि श्री ज्ञानेन्द्रकुमार

आचार्य भिक्षु ने सत्य को जाना और जीआ : मुनि श्री ज्ञानेन्द्रकुमार

217वॉ चरमोत्सव दिवस मनाया गया*

श्री जैन श्वेतांबर तेरापंथी सभा, चेन्नई के तत्वावधान में तेरापंथ के संस्थापक आचार्य श्री भिक्षु का 217वॉ चरमोत्सव दिवस मुनिश्री ज्ञानेन्द्रकुमारजी के सान्निध्य में तेरापंथ सभा भवन, साहूकारपेट में मनाया गया!
   

अपने आराध्य की आराधना में श्रद्धाशिक्त भावाभिव्यक्ति देते हुए मुनि श्री ज्ञानेन्द्रकुमार ने कहा कि आचार्य भिक्षु ने आचार सुरक्षा के लिए कष्टों को सहा| उन्होंने सत्य को जाना और जीआ, तभी वो आज हमारे लिए आदर्श स्तम्भ हैं| आचार्य भिक्षु ने जो अनमोल सम्पदा हमें दे गए हैं, उसे सुरक्षित रखते हुए प्रवद्धर्मान बनाना हैं| यह युग चारित्र का युग हैं| इन वर्षों में दिक्षार्थीयों की संख्या में अभूतपूर्व वृद्धि हुई हैं| आज के दिन हम उनके दर्शन को समझने का संकल्प करे|

आचार्य भिक्षु के संदेश को समझे और आत्मसात करे| आज के दिन हजारों श्रद्धालु उपवास करते हैं एवं आज के दिन से “ऊँ भिक्षु” का सवा लाख जप भी प्रारम्भ होता हैं, जो सर्व आधी-व्याधि-उपाधी का शमन करते हैं| मुनि श्री विनीतकुमार ने कहा कि आचार्य भिक्षु जिनवाणी के प्रति समर्पित थे| उन्होंने गुरु से अधिक सत्य पर विश्वास किया| उन्होंने सत्य का अनुसंधान कर सही धर्म दान दया का मार्ग दिखाया|
   

मुनि श्री विमलेशकुमार ने कहा कि आचार्य भिक्षु की तपोसाधना का ही सुन्दर परिणाम हैं कि आज यह संघ वटवृक्ष के रूप में लाखों मुमुक्षुओं को आत्मसाधना के पथ पर शीतल छाया प्रदान कर रहा हैं|

ज्ञानशाला प्रशिक्षक प्रशिक्षण के राष्ट्रीय प्रभारी वरिष्ठ प्रवक्ता उपासक श्री निर्मल नौलखा ने कहा कि आचार्य भिक्षु ने न केवल आचार क्रांति की अपितु विचार क्रांति के द्वारा भी शिथिलाचार पर प्रहार किया| इस मौके पर एक सुन्दर सुमधुर गीत का संगान किया|

इससे पुर्व मुनि श्री के मंगल मंत्रोच्चार एवं जय तुलसी संगीत मण्डल के मंगलाचरण के साथ कार्यक्रम प्रारम्भ हुआ| तेयुप अध्यक्ष श्री प्रवीण सुराणा, अणुव्रत समिति से श्री जितेन्द्र मालू, टीपीएफ अध्यक्ष श्री अनिल लुणावत, महिला मण्डल अध्यक्षा श्रीमती शान्ति दुधोड़िया ने अपने आराध्य के प्रति भावपूर्ण उद् गार व्यक्त किये|

तेरापंथ सभा अध्यक्ष श्री विमल चिप्पड़ ने सभी का स्वागत करते हुए “सवा लाख जपानुष्ठान” करने वालों के प्रति साधुवाद देते हुए कहाँ कि मुनि श्री की पावन प्रेरणा से पुरे चेन्नई में 250 साधकों ने इसमें सहभागिता निभाई एवं प्रतिदिन 21 माला के द्वारा लगातार 2 महिने तक इस अनुष्ठान में संभागी बने| सभा द्वारा सभी साधकों को ‘श्री भिक्षु चमत्कारी यंत्र’ प्रदान किया गया|

इस अवसर पर तेरापंथ युवक परिषद् द्वारा आयोजित एक मासीय भिक्षु स्मृति साधना के सहभागी साधकों का भी अभिनन्दन किया गया| कार्यक्रम का कुशल संचालन सभा मंत्री श्री प्रवीण बाबेल ने किया| संध्याकालीन प्रतिक्रमण के बाद आचार्य भिक्षु की अभिवंदना में धम्मजागरणा का कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें गायकों ने अपने सुमधुर कण्ठों से जनमानस को मंत्र मुग्ध कर दिया|

      *प्रचार प्रसार प्रभारी*
*श्री जैन श्वेतांबर तेरापंथी सभा, चेन्नई*

स्वरूप  चन्द  दाँती
विभागाध्यक्ष  :  प्रचार – प्रसार
आचार्य श्री महाश्रमण चातुर्मास व्यवस्था समिति

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