आचार्य पूज्यश्री हीराचंद्रजी म.सा का 35 वां आचार्य पद दिवस तीन-तीन सामायिक की साधना के संग सामायिक दिवस के रुप में स्वाध्याय भवन साहूकारपेट चेन्नई में मनाया गया | श्रदालुओं द्वारा गुरु हीरा चालीसा,आचार्य हीरा गुणाष्ठक की सामूहिक स्तुति की गयी |
वरिष्ठ स्वाध्यायी आर वीरेन्द्रजी कांकरिया ने आचार्य हीराचन्द्रजी म.सा की उन्हें स्वाध्यायी के रुप में सेवा देने की प्रेरणा रुपी उपकार मानते हुए गुणगाण किये |
श्रावक संघ तमिलनाडु के निवर्तमान कार्याध्यक्ष आर नरेन्द्रजी कांकरिया ने वर्ष 1991 में आज की तिथि पर सूर्यनगरी जोधपुर में सरदार स्कूल के मैदान में आचार्य हीराचन्द्रजी म.सा के चादर महोत्सव पर अपने पूज्य पिताश्री के संग अपनी उपस्थिति को जीवन पल का एक स्वर्णिम पल मानते हुए कहा कि उस प्रसंग पर वीरपुत्र श्री घेवरचन्दजी म.सा आचार्यकल्प श्री शुभचन्द्रजी म.सा श्री पार्श्वचन्द्रजी म.सा व भीकमकवरजी महासतीजी आदि ठाणा व रत्नवंशीय सन्त सती मण्डल की उपस्थिति के अवसर पर चक्षुओं से दर्शन करना,यह एक एतिहासिक क्षण की अनुभूति रही | स्वर्णिम पलों को याद करते हुए कहा कि उपाध्याय प्रवर पूज्यश्री मानचन्द्रजी म.सा ने आचार्य हीराचन्द्रजी म.सा के प्रति सुयोग्य गुरु हस्तीमलजी म.सा के सुयोग्य शिष्य रुपी उद्गगार व्यक्त कर खद्दर अर्थात खादी की चादर ओढाई |
सेवाभावी श्री के.प्रकाशचंदजी ओस्तवाल ने मारवाड़ी भाषा मे स्तुति की | संघ मन्त्री श्री अनोपचन्दजी बागमार ने अनुभूति से आचार्य भगवन्त की दूरदर्शिता भरे निर्णय के अनेक उद्दरण रखते हुए गुणगाण किये | स्वाध्यायी श्री नवरतनमलजी चोरडिया ने आचार्य हीराचन्द्रजी म.सा के उन पर स्वाध्यायी बनने की प्रेरणा का उपकार मानते हुए गुणगाण किये |
श्री कांतिलालजी तातेड़ ने आचार्य हीरा के अतिशय व प्रेरणा का परिणाम बताते हुए कहा कि आचार्य हीराचन्द्रजी म.सा ने 2005 वेपेरी,चेन्नई चातुर्मास में उन पर उपकार करते हुए आजीवन गुटका, तम्बाकू सेवन करने के नियम व रात्रिभोजन व जमीकंद का त्याग करवाया व उनकी कृपा से नियम का पालन बराबर चल रहा हैं |
इस प्रसंग पर आर वीरेन्द्रजी कांकरिया द्वारा सामायिक के पाठों,अर्थ व सामायिक में मन-वचन-काया से लगने वाले 32 दोषों पर लिखित परीक्षा का आयोजन किया गया, सभी उपस्थित श्रद्धालुओं ने परीक्षा में भाग लिया |
धर्मसभा मे सुरेशजी कोठारी, पदमचन्दजी योगेशजी श्रीश्रीमाल, रुपराजजी सेठिया, गौतमचंदजी मुणोत, अम्बालालजी इंदरचंदजी कर्णावट, बाबुधनपतराजजी सुराणा, रविन्द्रजी बोथरा, वीरेन्द्रजी ओस्तवाल, लीलमचन्दजी बागमार, उच्छबराजजी गांग, सुशीलजी बाफना, श्रीमती दिव्याजी नाहर ने तीन-तीन सामायिक की साधना की | जैन संकल्प, पोरसी आयम्बिल आदि तप- प्रत्याख्यान स्वाध्यायी श्री गौतमचंदजी मुणोत ने करवाये | तपस्वी श्री सुशीलजी बाफना ने मंगल पाठ किया | तीर्थंकरों, आचार्य भगवन्तों, उपाध्याय प्रवर, भावी आचार्य साध्वी प्रमुखा चरित्र आत्माओं की जयजयकार संग आचार्य पदारोहण दिवस सामायिक दिवस के रुप में सम्पन्न हुआ |
प्रेषक :- श्री जैन रत्न हितैषी श्रावक संघ, स्वाध्याय भवन 24/25-बेसिन वाटर वर्क्स स्ट्रीट, साहुकारपेट, चेन्नई- तमिलनाडु