आचार्य देवेन्द्र जन्म जयंति के उपलक्ष्य मे आयोजित समारोह मे बोलते हुए डाक्टर राजेन्द्र मुनि जी ने आचार्य के गुणों व अतिश्यो का वर्णन करते हुए कहा कि वे ज्ञान दर्शन चारित्र तप जप साधना से सम्पन रहते है साथ ही उनकी 8 सम्पदाए पुण्य दायक बनी रहती है उनके वचन अमृत तुल्य होते है जो फलदाई बनते है! हमारा जीवन भी उनके तुल्य बने हम भी उनकी बताई हुई भक्ति पूजा पाठ का अनुसरण करें!
जीवन तो क्षण भंगूर है नाशवान है चाहे अमीर हो गरीब हो चाहे सबल हो निबल हो सभी के संग कुदरती व्यवहार एक सा रहता है आना जाना यही जीवन की वास्तविकता है व सदा बनी रहेगी! विश्व का कोई भी वैज्ञानिक इसे चुनौती नहीं दे पाता! सभा मे धर्म संचालन करते हुए साहित्यकार श्री सुरेन्द्र मुनि जी ने भक्तामर समापन की घोषणा करते हुए विधिविधान संम्पन्न करवाये एवं गुरु देवेन्द्र को सामूहिक वन्दना समर्पित की! समारोह की अध्यक्षता करते हुए लुधियाना के अरुण जैन अध्यक्ष पंजाब जैन कॉन्फ्रेंस ने समाज को सेवा स्वाध्याय के क्षेत्र मे आगे आने की प्रेरणा प्रदान की !
मुख्यअतिथि मोहन लाल जैन श्री गंगानगर राकेश जैन लक्की लुधियाना, सुभाष जैन लिल्ली गीदड़ बाहा ने अपनी संस्थाओ की और से देवेन्द्र गुण कीर्तन करते हुए सामाजिक कार्यों का उल्लेख किया! इस अवसर पर भोज राज एस एस जैन सभा पब्लिक स्कूल के बच्चों ने आचार्य जीवन दर्शन पर सुन्दर नाटिका प्रस्तुत की! समाज की और से अनेक प्रकार के लक्की ड्रा प्रसाद व प्रभावनाएं वितरित की गई!समारोह के अंत मे महामंत्री उमेश जैन द्वारा संस्मर्ण सुनाते हुए आये हुए समस्त संघो का सम्मान सत्कार संम्पन्न किया गया! श्री केवल कृष्ण बोथरा परिवार की तरफ से सारे समाज के लिए गौतम प्रसादी की सुन्दर व्यवस्था की गई।