चेन्नई. आग्रह और कदाग्रह जीवन की प्रगति रोक देता है। आयनावरम विराजित साध्वी नेहाश्री ने कहा कि किसी के साथ मनमुटाव हो तो तुरंत उसे दूर कर लेना चाहिए। जिनका अनंतानुबंधी कषाय है वे जीव मर कर
नरक में जाते हैं। दो भाई एक पेड़ के लिए लड़ रहे थे फिर फैसला हुआ कि आधा-आधा पेड़ ले लो। एक के पास जड़ आई तो दूसरे के पास तना। इससे दोनों को फायदा तो हुआ नहीं उल्टे पेड़ का नुकसान हो गया।
इसलिए हमें कदाग्रह में जीने का प्रयास नहीं करना चाहिए। इससे हम सही निर्णय नहीं ले पाते। पांडवों को दुर्योधन ने उनका राज्य नहीं लौटाया यह उसका कदाग्रह था। रावण ने अपने कदाग्रह के कारण विभीषण को निकाल दिया।