बच्चे का दिल पढ़ाई में लगाने के कुछ अचूक उपाय
जिन बच्चों का दिल पढ़ाई में नहीं लगता उनके मां—बाप काफी चिंतित रहते है। डांट—फटकार वह तरह—तरह के उपाय करने के बावजूद भी जब बच्चों का दिल पढ़ाई में नहीं लगता तो मां—बाप का परेशान होना स्वभाविक है। लेकिन यह जरूरी नहीं कि बच्चे का दिल पढ़ाई में न लगे तो वह भविष्य में कुछ नहीं कर पाएगा। आज के दौर में बच्चे को उसकी प्रतिभा और रूचि के हिसाब से उस क्षेत्र में प्रोत्साहित करना चाहिए। लेकिन हर चीज के साथ पढ़ाई जरूरी है इसलिए हम आपकों यहां कुछ उपाय बता रहे हैं, जिससे आपके बच्चे का दिल पढ़ाई में जरूर रमेगा।
जिस बच्चे को पढ़ने में मन नहीं लगता है, उसके लिए निम्न उपाय करे
1. यदि किसी बच्चे का मन अध्ययन में नहीं लगता है अथवा ध्यान कहीं और भटकता है अथवा याद नहीं हो पाता है।
आप उस बच्चे से अध्यन प्रारंभ करने से पहले कहे कि वह ईशान कोण की ओर मुंह करके शंखनाद करें फिर अध्ययन करने बैठे कुछ समय में आप चमत्कारिक प्रवर्तन अनुभव करेंगे ।
2. अध्ययन करने वाले बच्चे सदैव पूर्व मुखी होकर ही अध्ययन करें ।
3. रविवार को जल में रोली, शक्कर , गुलाब का पुष्प डाल पर सूर्य देव को अर्पित करें तथा किसी लाल वस्तु का दान करें।
4. मंदिर में माचिस का जोड़ा अर्पित करने के साथ भोजन नमक रहित करें रविवार को ।
5. परीक्षा से कम से कम 11 मंगलवार पहले वाले शुक्ल पक्ष के प्रथम मंगलवार को किसी भी हनुमान मंदिर में प्रभु के समक्ष गुड़ और चने की भोग अर्पित कर परीक्षा में सफलता की विनती कर निम्न मंत्र का 11 बार जाप करें ” ऊँ बुद्धिहीन तनु जानिके सुमिरो पवन कुमार बल बुद्धि विद्या देहु मोहि हरह कलेश विकार ” 11 मंगलवार को उनके बाएं पैर का सिंदूर से तिलक करें परीक्षा में प्रश्न पत्र आने पर निम्न मंत्र का 5 बार स्मरण करें ….और परिणाम अच्छा आने पर प्रभु को चोला चढायें।
6. विधार्थी अपने अध्य्यन कछ में माँ सरस्वती की तस्वीर अव्श्य लगायें एँव अध्य्यन से पहले 3 अगरबत्ती जलाये ।
7. जिन बच्चों की स्मरण शक्ति कमजोर हो उनको नियमित रूप से 11 तुलसी के पत्तों का रस मिश्री के साथ देने से स्मरण शक्ति में वृद्धि होती है ।
8. शुक्ल पछ के प्रथम रविवार को ईमली के 22 पत्ते लाकर उनमे से 11 पत्ते सूर्यदेव को अर्पित कर शेष बचे पत्ते अपनी किसी भी पुस्तक में रखने से पढाई में अधिक मन लगता है ।
9. प्रत्येक पूर्णिमा को बच्चे के हाथ से किसी भी शिव मंदिर में गरीबों को भोजन कराये ।
10. एक जटा नारियल पूर्णिमा की रात्रि में बच्चे से 7 बार उसार कर बहते जल में प्रवाहित कर दे ।यह उपाय 3 पूर्णिमा करें ।