कार्यकर्ता प्रशिक्षण कार्यशाला एवं अणुव्रत समिति के शपथग्रहण समारोह का हुआ आयोजन
साध्वी अणिमाश्री जी के सान्निध्य में अणुव्रत समिति के तत्वावधान में तेरापंथ सभा भवन, साहुकारपेट में कार्यकर्ता प्रशिक्षण कार्यशाला एवं शपथग्रहण समारोह का आयोजन किया गया। साध्वीश्री ने अपने मंगल उद्बोधन में कहा कि जो व्यक्ति संगठन, संस्था से जुड़कर समाज की सेवा करता है, संस्था को चिरंजीवी बनाता है, वह कार्यकर्ता कहलाता है। संगठन व्यक्ति की योग्यता में निखार का माध्यम बनता है, उससे उसकी प्रतिभा बढ़ती है, उसकी मूल्यवत्ता बढ़ती है।
जो कार्यकर्ता अपने समय, श्रम का नियोजन कर, परिवार की परिस्थितियों, रिश्तो की मजबूती को साथ निभा, अपने दायित्व बोध को पहचान कर, समाज और मंच पर आकर सेवा देता है, वह वर्तमान के क्षण का उपयोग कर वर्धमान बन जाता है।
साध्वीश्री ने कार्यकर्ताओं के विभिन्न गुणों का उल्लेख करते हुए कहा कि अपनी शक्ति को सकारात्मकता के साथ सृजनात्मक कार्यों में उपयोग करने वाला सफल कार्यकर्ता होता हैं। परिवार एक कारखाना है, समाज धरोहर है, बपौती है, जो हमें आगे बढ़ाने में सहायक बनती हैं। हमें हमारे धर्मसंघ की गौरवशाली परम्परा को अक्षुण्ण बना, अपने दायित्वों का सम्यक नियोजन कर, साहस और हिम्मत के साथ आगे बढते रहना चाहिए। एक दूसरे का प्रोत्साहन करना चाहिए। पीठ थपथपानी चाहिए। कृतज्ञता के भाव रखने चाहिए। साध्वीश्री ने नवमनोनित अणुव्रत समिति की टीम के आध्यात्मिक विकास की मंगलकामना के साथ कहा कि गणाधिपति गुरूदेव तुलसी का अणुव्रत रुपी महान अनुदान जनसाधारण के चारित्रिक विकास में बहुत सहभागी बन रहा है।
नवमनोनित टीम सहचिन्तन से कार्य कर संगठन को मजबूत बनाएँ। अपने इस दो वर्षीय कार्यकाल के हर दिन, हर क्षण का सम्यक नियोजन करें। समाज में नशामुक्ति के लिए ठोस एवं व्यवस्थित कार्य कर परिणाम की उच्चता की ओर बढ़े। साध्वी सुधाप्रभा ने कहा कि आचार्य महाप्रज्ञजी के पंचशील – श्रद्धाशील, चिन्तनशील, सहनशील, श्रमशील और चारित्रशील इन सिद्धांतों को अपनाने वाला एक सफल कार्यकर्ता बन सकता है। अपने जीवन में पारदर्शिता, गहरी सोच, व्यवहार में उच्चता, अहम् भाव से दूरी एवं आलोचना की बजाए परिष्कार के भाव रखने वाला सफलतम कार्यकर्ता बनता है।
गौतमचन्द सेठिया ने नवगठित टीम का सुन्दर ढंग से परिचय देते हुए सभी संघीय संस्थाओं की ओर से शुभकामनाएँ सम्प्रेषित की। पूर्वाध्यक्ष श्री सम्पतराज चोरडिया ने टीम को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। नवनिर्वाचित अध्यक्ष श्री ललित आंचलिया ने सभी सदस्यों के सहकार और सहयोग से अपने कार्यकाल में सम्पादित होने वाले कार्यक्रमों की रुपरेखा प्रस्तुत करते हुए अपनी टीम में नरेन्द्र भण्डारी एवं मन्जू गेलड़ा को उपाध्यक्ष, अरिहंत बोथरा को मंत्री, स्वरूप चन्द दाँती को सहमंत्री, पंकज चौपड़ा को कोषाध्यक्ष, अशोक छल्लाणी को सगंठन मंत्री के पद पर नियुक्त किया।
मंगलाचरण अणुव्रत सदस्यों ने एवं आभार ज्ञापन मंत्री अरिहंत बोथरा ने किया। कार्यशाला के प्रायोजक श्री बाबूलाल विजयकुमार बडाला मनली, चेन्नई परिवार का अणुव्रत समिति द्वारा सम्मान किया गया। कार्यशाला का कुशल संचालन स्वरूप चन्द दाँती ने किया। इस कार्यशाला में अणुव्रत समिति के निवर्तमान अध्यक्ष श्री सुरेश बोहरा, तेरापंथ समाज के गणमान्य व्यक्तित्व उपस्थित थे।
द्वितीय सत्र में पूर्वाध्यक्षा श्रीमती माला कातरेला ने अणुव्रत की पृष्ठभूमि बताते हुए, अणुव्रती कार्यकर्ता के दस करणीय सुत्रों की चर्चा की। टीपीएफ अध्यक्ष राकेश खटेड़ ने भी सफलता के सूत्र उल्लेखित किये। मादावरम् तेरापंथ ट्रस्ट द्वारा अणुव्रत समिति अध्यक्ष ललित आंचलिया एवं टीपीएफ अध्यक्ष राकेश खटेड़ का सम्मान किया गया। आभार ज्ञापन पंकज चौपड़ा ने और मंच संचालन स्वरूप चन्द दाँती ने किया।
स्वरुप चन्द दाँती
प्रचार प्रसार प्रभारी
श्री जैन श्वेताम्बर तेरापंथी सभा, चेन्नई