बेंगलूरु। स्थानीय वीवीपुरम स्थित महावीर धर्मशाला चातुर्मासार्थ विराजित विश्वविख्यात अनुष्ठान आराधिका, ज्योतिष चंद्रिका, शासनसिंहनी जैन दिवाकरीय साध्वीश्री डाॅ.कुमुदलताजी की पावन निश्रा में यहां प्रत्येक गुरुवार को आधि-व्याधि मिटाने व सुख-शांति, समृद्धिप्रदायक चमत्कारिक जाप अनुष्ठान श्रद्धा, भक्ति एवं आस्था के साथ हुआ।
इस अवसर पर चेन्नई, मैलापुर, इचलंकरजी व रायचुर सहित शहर के विभिन्न उपनगरों से बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लिया। गुरु दिवाकर केवल कमला वर्षावास समिति के तत्वावधान में साध्वीश्री के मंगलाचरण वाचन पश्चात् विभिन्न लाभार्थी परिवारों के सदस्यों द्वारा विधिवत् चौकी, थाली व कलश की स्थापना की गई।
श्री वज्रपंज्जर स्तोत्र के साथ संतश्री हुक्मीचंदजी म.सा. के छंद का करीब 45 मिनट तक सामूहिक रुप से सस्वर जाप गुंजायमान किया गया। डाॅ.कुमुदलताजी ने कहा कि घर-परिवार, संघ-समाज तथा देश-दुनिया में शांति के लिए ऐसे अनुष्ठान महामंगलकारी सिद्ध होते हैं। उन्होंने अनुष्ठान को मुक्तिमार्ग का अनुपम द्वार बताते हुए कहा कि इससे पतितों का उद्धार होता है।
अनुष्ठान की आराधना व्यक्ति के जीवन के सभी अहंकार भी मिट जाते हैं। साथ ही मोक्षद्वार का मार्ग खोलने वाले अनुष्ठान आराधना करने वालों की खूब अनुमोदना भी की। मंच पर साध्वीश्री महाप्रज्ञाजी व राजकीर्तिजी भी मौजूद थे। इस अवसर पर समिति के पदाधिकारियों द्वारा अनुष्ठान आराधना के लाभार्थी परिवारोें का सम्मान किया गया।
धर्मसभा का संचालन करते हुए समिति के महामंत्री चेतन दरड़ा ने बताया कि शुक्रवार को अनंत चतुर्दशी पर्व दिवस विशेष की महत्ता पर साध्वीवृंद का प्रवचन होगा। साथ ही सामूहिक एकासना व सौभाग्यशाली चार-पांच पीढ़ी के परिवारों का भी सम्मान किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि शनिवार, 14 सितंबर को महिला समिति की अध्यक्ष उषा मुथा के निर्देशन मेें धार्मिक अंताक्षरी का आयोजन दोपहर दो बजे से चार बजे तक होगा।
समिति के सहमंत्री अशोक रांका ने बताया कि जय जिनेंद्र प्रतियोगिता के विजेताओं में धर्मेंद्र मरलेचा, किरण सिंघवी व मीनाक्षी श्रीश्रीमाल को पुरस्कृत किया गया। आगंतुक अतिथियों का भी सम्मान किया गया। उन्होंने बताया कि विभिन्न प्रकार की तपस्याएं करने वाले श्रद्धालुओं को साध्वीश्री द्वारा पच्चखान कराए गए। सभी का आभार समिति के कोषाध्यक्ष रमेश सिसोदिया ने जताया।