Share This Post

Featured News / Featured Slider / ज्ञान वाणी

अनुरोध, अनुकरण, अनुग्रह और अनुशासन से ली हुई दीक्षा मोक्षमार्ग पर ले जाती है – आचार्य उदयप्रभ सूरी

अनुरोध, अनुकरण, अनुग्रह और अनुशासन से ली हुई दीक्षा मोक्षमार्ग पर ले जाती है – आचार्य उदयप्रभ सूरी

भद्रतप तपस्वियों के पारणोत्सव पर तीन दिवसीय समारोह शुक्रवार से

किलपाॅक श्वेताम्बर मूर्तिपूजक जैन संघ में विराजित योगनिष्ठ आचार्य केशरसूरीजी समुदाय के वर्तमान गच्छाधिपति आचार्यश्री उदयप्रभ सूरीश्वरजी म.सा. ने ज्ञाता धर्मकथा के अंतर्गत भावनगर के कनक राजा के प्रधान मंत्री केतलीपुत्र के चरित्र के दृष्टांत की विवेचना करते हुए कहा कि वैभव और सत्ता के साथ विवेक का मिलना दुष्कर है। संसार के साथ धर्म का मिलना दुष्कर है। गुरुदेव ने कहा दृष्टांत यानी जो हमें नया दृष्टिकोण दे। इसका दूसरा अर्थ है उदाहरण। परमात्मा की बातों को जो ऊपर ले जाए, उन्हें उदाहरण कहते हैं। ‌अनंतकाल के इतिहास में अनंत घटनाएं होती है। प्रेरणा पाने के लिए संवाद खड़ा करना पड़ता है।

आचार्य प्रवर ने आगे कहा कि बहुत बार आवेश की दवा एक ही दो अक्षर की दवा प्रेम होती है। लेकिन उसकी जगह पर हम तो दूसरी दवाओं का उपयोग करते हैं। जो व्यक्ति अपने अच्छे सिद्धांतों पर स्थिर रहता है और पैसों के लिए धर्म को बेचता नहीं है, सरलता से स्पष्टता से बोलता है, भगवान को आगे रखकर काम करता है, वह मोक्ष के मार्ग पर अग्रसर होता है। अनुकरण व अनुशासन से किया हुआ धर्म भाव बिना भी फलित होता है। गुरुदेव ने कहा अनुरोध, अनुकरण, अनुग्रह और अनुशासन से ली हुई दीक्षा मोक्ष मार्ग पर ले जाती है। समकिती आत्मा दूसरों की परीक्षा करती है लेकिन उनके भावों को तोड़ने की कोशिश नहीं करती।

आचार्यश्री ने भद्रतप के तपस्वियों की अनुमोदना करते हुए कहा कि पारणा के समय आपको समता, धैर्य और दृष्टाभाव रखना है। भद्रतप से अब भद्र स्वभाव में रहने की जरूरत है, यही दृष्टाभाव है। भद्रतप सौ दिन का होता है और भद्रस्वभाव सौ साल का होता है। आचार्यश्री ने कहा जगत में कोई परेशान करता नहीं, यदि आपके पास समता हो। उन्होंने सबको तप की अनुमोदना समारोह में जुड़ने का आग्रह करते हुए कहा कि तप की अनुमोदना करने से अंतराय कर्म टूटते हैं।

*भद्रतप तपस्वियों का पारणा रविवार को*

आचार्यश्री की निश्रा में 100 दिवसीय अजोड़ सामूहिक भद्रतप की पूर्णाहुति पर राजशाही पारणोत्सव के उपलक्ष में तीन दिवसीय कार्यक्रम शुक्रवार को शुरू होंगे। इसके अंतर्गत शुक्रवार प्रातः शक्रस्त्व महाभिषेक एवं संध्याकालीन प्रभु भक्ति का आयोजन साहुकारपेट स्थित चंद्रप्रभु जैन नया मंदिर में होगा।

शनिवार को तपस्वियों एवं लाभार्थियों का बहुमान समारोह एवं धर्मसभा आयोजित की जाएगी। दोपहर में गांव सांझी, मेहंदी वितरण वेपेरी स्थित गौतमकिरण में आयोजित होगी। सायंकाल महापूजा एवं कुमारपाल महाराजा द्वारा आरती का आयोजन चंद्रप्रभु जैन नया मंदिर में होगा। रविवार को प्रातः 6:30 बजे भद्रतप के तपस्वियों का विशाल वरघोड़ा पट्टालम स्थित केएलपी संकल्प जैन संघ से प्रारंभ होगा और गौतम किरण के प्रांगण में पहुंचेगा, जहां प्रातः 9 बजे तपस्वियों का राजशाही पारणोत्सव आयोजित किया जाएगा। सभी कार्यक्रमों में इंडियन आइडल फेम शिवम् सिंह, उमंग भावसार और धीरज निब्जिया संगीत की प्रस्तुति देंगे।

Share This Post

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You may use these HTML tags and attributes: <a href="" title=""> <abbr title=""> <acronym title=""> <b> <blockquote cite=""> <cite> <code> <del datetime=""> <em> <i> <q cite=""> <s> <strike> <strong>

Skip to toolbar