27 सितंबर खवासपुरा मन सूबे उसी के पुरे होगे जो धर्म पर दर्ण रहकर नेक काम करेगा ! मरूधर केसरी रूप सुकन दरबार मे प्रवर्तक सुकन महाराज ने नवरात्रा मे देवी माता के जप – तप उपासना और साधना करने वाले सैकड़ो श्रध्दालूओ को सम्बोधित करतें हुयें कहा कि मनुष्य की मन की इच्छाएं और जरूरते इतनी अधिक है कि वो हर वक्त भगवान से अपने मनसूबों की पूर्ति कि अभिलाषा मे न जाने कितनी बार अधर्म के रास्ते पर चलकर भगवान से क्षमा की उम्मीद रखकर प्रार्थना करके जीवन मे सफलता प्राप्त करना चाहता है ! पर धर्म पर अडिग रहकर परमात्मा की निस्वार्थ भावों से साधना करने वाला व्यक्ति जीवन के मनसूबें और सफलता प्राप्त कर सकता है ! हितेश मुनि ने कहा कि बिना पुरूषार्थ किये जीवन मे सफलता नही मिलने वाली !
युवाप्रणेंता महेशमुनि, नानेश मुनि ने भजन के माध्यम से भाव प्रकृट किये ! इसदौरान मैसूर, चैन्नाई , नाशिक, जोधपुर, बिलाड़ा, मेड़तासिटी आदि अनेक क्षैत्रों से पधारे अतिर्थियो का श्री संघ के महामंत्री जे विजयराज कोठारी, दिपचन्द कोठारी, अमरचन्द सुराणा, बी महावीर चन्द कोठारी, नथमल कोठारी, जी राकेश कोठारी आदि पदाधिकारियों ने सभी अतिर्थियो का शोल माला पहनाकर अभिनन्दन किया ! मीडिया प्रवक्ता सुनिल चपलोत ने बताया कि धर्मसभा मे नवरात्रि महापर्व पर सामूहिक रूप से उपस्थित श्रध्दालूओ ने महामंत्र का जाप करके प्रवर्तक सुकन मुनि महाराज से महामंगल पाठ लिया!
मीडिया प्रवक्ता सुनिल चपलोत
श्री वर्धमान स्थानकवासी जैन श्रावक संघ खवासपुरा