असाधारण साध्वी प्रमुखाश्री के स्वर्ण जयंती चयन दिवस पर आयोजित हुआ त्रिदिवसीय अभिवन्दना समारोह
महातपस्वी शांतिदूत आचार्य श्री महाश्रमणजी के आज्ञानुवर्ती उग्रविहारी, तपोमूर्ति मुनि श्री कमलकुमारजी ठाणा 3 के सान्निध्य में तेरापंथ सभा भवन, साहूकारपेट में संघ महानिर्देशिका, मातृह्रदया, असाधारण साध्वी प्रमुखा श्री कनकप्रभाजी के स्वर्ण जयंती (50वें) चयन दिवस का तीन दिवसीय 07, 08 व 09 फरवरी को अभिवन्दना समारोह का भव्य आयोजन हुआ।
इस अवसर पर धर्म परिषद को संबोधित करते हुए मुनि श्री कमलकुमारजी ने फरमाया कि साध्वी प्रमुखाश्री जी का जीवन अद्भुत व विलक्षण है। अपने व्यक्तित्व एवं कर्तृत्व से वे अद्वितीय बनी। आचार्य श्री तुलसी ने उनके जीवन में कर्तव्यनिष्ठा, सहिष्णुता, सरलता, पापभीरूता, विनम्रता आदि गुणों को देखा तो छोटी वय में ही साध्वी प्रमुखाश्री जी के पद पर नियुक्त कर दिया। तीन-तीन आचार्यों के शासनकाल में अपनी प्रतिभा का ऐसा विकास एवं परिचय दिया कि आचार्य श्री महाश्रमणजी ने उन्हें असाधारण साध्वी प्रमुखाश्री जी के नाम से उपमित कर दिया। बहुमुखी प्रतिभा की धनी प्रमुखाश्री जी का जीवन एक आदर्श जीवन हैं।
मुनि श्री ने अहिंसा, संयम, तप से जीवन को साधनामय बनाने की प्रेरणा देते हुए कहा कि जितना अपने आप में रहने का प्रयास किया जाता है, जीवन में उतना ही विकास होता जाता है। संयम व मर्यादा में चलने से कभी जीवन में समस्या नहीं आती हैं। व्रत जीवन के अंग बन जाए तो रोम रोम में हर्ष हो जाता है, व्रतों से अपने जीवन को सुरक्षित बनाए रखना चाहिए।
मुनि श्री ने विशेष प्रेरणा देते हुए कहा कि हम संस्कारी बने, स्वस्थ रहें, आसपास रहने वाले मस्त रहें और अहिंसामय जीवन जीए। हम साध्वी प्रमुखाश्री कनकप्रभाजी के आदर्शमय जीवन से प्रेरणा ले।
मुनि श्री नमिकुमारजी ने कहा कि साध्वी प्रमुखाश्री ममतामयी सौम्यमूर्ति हैं। उनके जीवन का बड़प्पन हमें प्रेरणा प्रदान करता है। वे साध्वीसमाज की विकास यात्रा, उनकी चित्तसमाधी, उन्हें क्या अपेक्षा है उनका पुरा ध्यान देती हैं। जीवन के आठवें दशक में भी आप विहार, साधना, धर्म संघ की सार संभाल कर रही हैं।
मुनि श्री अमनकुमारजी ने कहा कि प्रमुखाश्री जी का जीवन विराटता लिए हुए हैं। उनकी सृजनकला बेजोड़ है। इतने बड़े साध्वी समाज की सार संभाल के बाद भी उनके चहरे पर सदैव मुस्कान रहती हैं। वे समता का रसपान करा, दुध में मिश्री जैसे एकमेव बन जीवन को आदर्श बना देती हैं।
त्याग की प्रतिमूर्ति का त्याग से किया अभिनंदन
आज संघ महानिर्देशिका, मातृह्र्दया, असाधारण साध्वी प्रमुखाश्री कनकप्रभाजी के स्वर्ण जयंती चयन दिवस के अवसर पर मुनि श्री नमिकुमार जी ने 19 दिनों की तपस्या का प्रत्याख्यान कर प्रमुखाश्री जी को तप के द्वारा अभिवन्दना की।
श्रावक समाज ने भी की अभ्यर्थना
आज के इस विशेष अवसर पर कई भाई-बहनों ने तेले, उपवास, दस प्रत्याख्यान इत्यादि जप-तप के माध्यम से प्रमुखाश्री जी की अभ्यर्थना की।
अभिवन्दना के स्वर
प्रथम दिन रविवार को एस एच जी तेरापंथ भवन, ट्रिप्लीकेन में मुनि श्री के सान्निध्य में नई धोबीपेट, ट्रिप्लीकेन, ताम्बरम ज्ञानशाला के बालक-बालिकाओं ने साध्वी प्रमुखाश्री के जीवन-दर्शन, वैदुष्य, साहित्यिक यात्रा एवं उनके वात्सल्य वैभव पर रोचक परिसंवाद प्रस्तुत किया। ज्ञानार्थीओं ने अपनी सरल अभिव्यक्ति में दान-दया, लौकिक-लौकोत्तर आदि पर तेरापंथ की सैध्दांतिक मान्यताओं की ज्ञानवर्धक जानकारी दी। तेरापंथ किशोर मण्डल एवं कन्या मण्डल ने तेरापंथ की अष्टम साध्वी प्रमुखाश्री के जीवन प्रसंगों पर संयुक्त काव्यात्मक प्रस्तुति दी। ज्ञानशाला प्रभारी श्री सुरेशचन्द बोहरा, श्री गौतमचन्द सेठिया ने भावांजलि व्यक्त की।
सोमवार, मंगलवार को तेरापंथ सभा से मंत्री श्री प्रवीण बाबेल, उपासक श्रेणी से श्री जयंतीलाल सुराणा, अणुव्रत समिति से श्री मंगलचंद डूंगरवाल, आचार्य तुलसी डायग्नोस्टिक सेंटर के राष्ट्रीय प्रभारी श्री भरत मरलेचा, तेरापंथ प्रोफेशनल फॉर्म के अध्यक्ष श्री सुरेश सकलेचा, तेरापंथ सभा भवन साहूकारपेट के प्रधान न्यासी श्री सुरेश नाहर, तेयुप उपाध्यक्ष श्री मुकेश नवलखा, तेरापंथ वेलफेयर ट्रस्ट के चेयरमैन श्री प्यारेलाल पितलिया, तेजराज पुनमिया, महिला मंडल अध्यक्षा श्रीमती शांति दुधोड़िया, महिला मंडल की बहनों, जय तुलसी संगीत मंडल के श्री जतनजी पुगलिया धनराज मालू, तेरापंथ एजुकेशन ट्रस्ट बोर्ड से श्री गौतमचन्दजी डागा, ज्ञानशाला प्रशिक्षका श्रीमती वसंता बाबेल ने भी अपने अभिवंदना स्वर गीतिका, वक्तव्य इत्यादि के द्वारा मुखरित किये। कार्यक्रम का कुशल संचालन श्री जैन श्वेतांबर तेरापंथी सभा के मंत्री श्री प्रवीण बाबेल ने किया।
मर्यादा महोत्सव की घोषणा : श्री जैन श्वेतांबर तेरापंथी सभा के प्रचार प्रसार प्रभारी श्री स्वरूप चन्द दाँती ने बताया कि आगामी 19 फरवरी को मुनि श्री कमलकुमारजी ने तेरापंथ धर्मसंघ का मर्यादा महोत्सव आचार्य महाश्रमण जैन तेरापंथ विद्यालय माधावरम् में मनाने की घोषणा की।
स्वरुप चन्द दाँती
प्रचार प्रसार प्रभारी
श्री जैन श्वेताम्बर तेरापंथी सभा, चेन्नई
प्रचार प्रसार प्रभारी
श्री जैन श्वेताम्बर तेरापंथी सभा, चेन्नई