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अणुव्रत उद्बोधन सप्ताह तहत एक सर्व धर्म सम्मेलन का हुआ आयोजन

अणुव्रत उद्बोधन सप्ताह तहत एक सर्व धर्म सम्मेलन का हुआ आयोजन
चेन्नई तंडियारपेट में स्थित तेरापंथ भवन परिसर में अणुव्रत समिति चेन्नई द्वारा अणुव्रत उद्बोधन सप्ताह तहत एक सर्व धर्म सम्मेलन का आयोजन शुक्रवार हुआ। अणुव्रत अनुशास्ता आचार्य श्री महाश्रमण जी द्वारा उदघोषित अखिल भारतीय अणुव्रत महासमिति द्वारा निर्देशित मुनि श्री ज्ञानेंद्र कुमार जी ठाणा-3 के सानिध्य में इस कार्यक्रम में क्रमशः ईसाई, इस्लाम,बौद्ध, एवं ब्रम्हकुमारी के धर्मगुरु एवं उनके प्रतिनिधि इस सम्मेलन शामिल हुए ।
कार्यक्रम का संचालन अणुव्रत समिति चेन्नई की पूर्व अध्यक्षया श्रीमती माला कात्रेला द्वारा अणुव्रत गीत के संगान से प्रारंभ हुआ। , स्वागत स्वर में समिति के अध्यक्ष श्री सुरेश बोहरा ने आमंत्रित सभी सदस्यों का तथा मेहमानो का स्वागत किया। श्री जैन श्वेताम्बर तेरापंथ सभा के अध्यक्ष श्री विमल जी चिप्पड़ , तथा तंडियारपेट तेरापंथ सभा के अध्यक्ष श्री इंदर चंद डूंगरवाल ने अपने भाषणों में अणुव्रत अभियान विषय में अपने अपने विचार व्यक्त किए ।
कार्यक्रम के संयोजक श्री संपतराज चोरड़िया ने आमंत्रित धर्मगुरु एवं उनके प्रतिनिधियों का परिचय दिया सर्व प्रथम इस्लाम धर्म के प्रतिनिधि श्री मोहमद अदिल सेट ने इस्लाम धर्म की परिभाषा देते हुए विश्व में अमन और चैन की राह पर अनुव्रत नियमो को सर्वधर्मिक बताया।
बौद्ध धर्म का प्रतिनिधत्व करते हुए भड़ांटे डाॅ श्री नागार्जुन ने तमिल भाषा में एक बौद्ध गीत का संगांन करते हुए अहिंसा और अणुव्रत के विषय में अपने विचार व्यक्त किए ईसाई धर्म गुरु फादर क्रिस्टोफर ने हिंदी भाषा में मनमोहक रूप से अपने विचार व्यक्त किए । “ईश्वर देता है – दाता है पर मनुष्य लेता है – भुलाता है” आदि ऊर्जात्मक मुहावरों द्वारा श्रावकों को धर्म के प्रति रुचि एवं अहिंसा पथ पर अणुव्रत की गति का वाचन किया ।
ब्रम्हकुमारी संस्था से नीलिमा बहन ने शांतिमय जीवन एवं अहिंसा युक्त जीवन शैली तथा आपसी भाईचारे , एवं पारिवारिक संबंधों में प्रेम की दशा और दिशा का नियोजन, आदि विषयों पर अपने विचार व्यक्त किए ।
मुनि श्री ज्ञानेंद्र कुमार जी ने आचार्य श्री तुलसी द्वारा अणुव्रत अभियान के विषय में उनकी दूर दृष्ठी तथा इस अभियान के अभिकल्प की जानकारी दी और अणुव्रत आचार सहिंता के महत्व पर अपने विचार व्यक्त किए। मंत्री श्री जितेन्द्र कुमार समदड़ीया के धन्यवाद ज्ञापन के साथ ही श्रीमती माला कात्रेला ने राष्ट्र गान का संगान कर कार्यक्रम को संपन्न किया।
कार्यक्रम में अणुव्रत समिति चेन्नई के सदस्यों में श्री नरेन्द्र भंडारी, श्री राजेन्द्र भंडारी, श्री अरिहंत बोथरा मुथा, श्री पंकज चोपड़ा, श्री अशोक बैद,श्रीमती गुणवंती खटेड आदि उपस्थित थे।

आज दिनांक 27-09- 19 शुक्रवार चेन्नई तंडियारपेट में स्थित तेरापंथ भवन परिसर में अणुव्रत समिति चेन्नई द्वारा अणुव्रत उद्बोधन सप्ताह तहत एक सर्व धर्म सम्मेलन का आयोजन हुआ।
अणुव्रत अनुशास्ता आचार्य श्री महाश्रमण जी द्वारा उदघोषित अखिल भारतीय अणुव्रत महासमिति द्वारा निर्देशित मुनि श्री ज्ञानेंद्र कुमार जी ठाणा-३ के सानिध्य में इस कार्यक्रम में क्रमशः ईसाई, इस्लाम,बौद्ध, एवं ब्रम्हकुमारी के धर्मगुरु एवं उनके प्रतिनिधि इस सम्मेलन शामिल हुए।
कार्यक्रम का संचालन अणुव्रत समिति चेन्नई की पूर्व अध्यक्षया श्रीमती माला कात्रेला द्वारा अणुव्रत गीत के संगान से प्रारंभ हुआ , स्वागत स्वर में समिति के अध्यक्ष श्री सुरेश बोहरा ने आमंत्रित सभी सदस्यों का तथा मेहमानो का स्वागत किया।
श्री जैन श्वेताम्बर तेरापंथ सभा के अध्यक्ष श्री विमल जी चिप्पड़ , तथा तंडियारपेट तेरापंथ सभा के अध्यक्ष श्री इंदर चंद डूंगरवाल ने अपने भाषणों में अणुव्रत अभियान विषय में अपने अपने विचार व्यक्त किए कार्यक्रम के संयोजक श्री संपतराज चोरड़िया ने आमंत्रित धर्मगुरु एवं उनके प्रतिनिधियों का परिचय दिया।
सर्व प्रथम इस्लाम धर्म के प्रतिनिधि श्री मोहमद अदिल सेट ने इस्लाम धर्म की परिभाषा देते हुए विश्व में अमन और चैन की राह पर अनुव्रत नियमो को सर्वधर्मिक बताया।
बौद्ध धर्म का प्रतिनिधत्व करते हुए भड़ांटे डाॅ श्री नागार्जुन ने तमिल भाषा में एक बौद्ध गीत का संगांन करते हुए अहिंसा और अणुव्रत के विषय में अपने विचार व्यक्त किए।
ईसाई धर्म गुरु फादर क्रिस्टोफर ने हिंदी भाषा में मनमोहक रूप से अपने विचार व्यक्त किए “ईश्वर देता है – दाता है पर मनुष्य लेता है – भुलाता है” आदि ऊर्जात्मक मुहावरों द्वारा श्रावकों को धर्म के प्रति रुचि एवं अहिंसा पथ पर अणुव्रत की गति का वाचन किया।
ब्रम्हकुमारी संस्था से नीलिमा बहन ने शांतिमय जीवन एवं अहिंसा युक्त जीवन शैली तथा आपसी भाईचारे , एवं पारिवारिक संबंधों में प्रेम की दशा और दिशा का नियोजन, आदि विषयों पर अपने विचार व्यक्त किए।
मुनि श्री ज्ञानेंद्र कुमार जी ने आचार्य श्री तुलसी द्वारा अणुव्रत अभियान के विषय में उनकी दूर दृष्ठी तथा इस अभियान के अभिकल्प की जानकारी दी और अणुव्रत आचार सहिंता के महत्व पर अपने विचार व्यक्त किए।
मंत्री श्री जितेन्द्र कुमार समदड़ीया के धन्यवाद ज्ञापन के साथ ही श्रीमती माला कात्रेला ने राष्ट्र गान का संगान कर कार्यक्रम को संपन्न किया।
कार्यक्रम में अणुव्रत समिति चेन्नई के सदस्यों में श्री नरेन्द्र भंडारी, श्री राजेन्द्र भंडारी, श्री अरिहंत बोथरा मुथा, श्री पंकज चोपड़ा, श्री अशोक बैद,श्रीमती गुणवंती खटेड आदि उपस्थित थे।

आज दिनांक 27-09-19 शुक्रवार चेन्नई तंडियारपेट में स्थित तेरापंथ भवन परिसर में अणुव्रत समिति चेन्नई द्वारा अणुव्रत उद्बोधन सप्ताह तहत एक सर्व धर्म सम्मेलन का आयोजन हुआ।
अणुव्रत अनुशास्ता आचार्य श्री महाश्रमण जी द्वारा उदघोषित अखिल भारतीय अणुव्रत महासमिति द्वारा निर्देशित मुनि श्री ज्ञानेंद्र कुमार जी ठाणा-३ के सानिध्य में इस कार्यक्रम में क्रमशः ईसाई, इस्लाम,बौद्ध, एवं ब्रम्हकुमारी के धर्मगुरु एवं उनके प्रतिनिधि इस सम्मेलन शामिल हुए।
कार्यक्रम का संचालन अणुव्रत समिति चेन्नई की पूर्व अध्यक्षया श्रीमती माला कात्रेला द्वारा अणुव्रत गीत के संगान से प्रारंभ हुआ , स्वागत स्वर में समिति के अध्यक्ष श्री सुरेश बोहरा ने आमंत्रित सभी सदस्यों का तथा मेहमानो का स्वागत किया।
श्री जैन श्वेताम्बर तेरापंथ सभा के अध्यक्ष श्री विमल जी चिप्पड़ , तथा तंडियारपेट तेरापंथ सभा के अध्यक्ष श्री इंदर चंद डूंगरवाल ने अपने भाषणों में अणुव्रत अभियान विषय में अपने अपने विचार व्यक्त किए।
कार्यक्रम के संयोजक श्री संपतराज चोरड़िया ने आमंत्रित धर्मगुरु एवं उनके प्रतिनिधियों का परिचय दिया सर्व प्रथम इस्लाम धर्म के प्रतिनिधि श्री मोहमद अदिल सेट ने इस्लाम धर्म की परिभाषा देते हुए विश्व में अमन और चैन की राह पर अनुव्रत नियमो को सर्वधर्मिक बताया।
बौद्ध धर्म का प्रतिनिधत्व करते हुए भड़ांटे डाॅ श्री नागार्जुन ने तमिल भाषा में एक बौद्ध गीत का संगांन करते हुए अहिंसा और अणुव्रत के विषय में अपने विचार व्यक्त किए । ईसाई धर्म गुरु फादर क्रिस्टोफर ने हिंदी भाषा में मनमोहक रूप से अपने विचार व्यक्त किए “ईश्वर देता है – दाता है पर मनुष्य लेता है – भुलाता है” आदि ऊर्जात्मक मुहावरों द्वारा श्रावकों को धर्म के प्रति रुचि एवं अहिंसा पथ पर अणुव्रत की गति का वाचन किया ।
ब्रम्हकुमारी संस्था से नीलिमा बहन ने शांतिमय जीवन एवं अहिंसा युक्त जीवन शैली तथा आपसी भाईचारे , एवं पारिवारिक संबंधों में प्रेम की दशा और दिशा का नियोजन, आदि विषयों पर अपने विचार व्यक्त किए मुनि श्री ज्ञानेंद्र कुमार जी ने आचार्य श्री तुलसी द्वारा अणुव्रत अभियान के विषय में उनकी दूर दृष्ठी तथा इस अभियान के अभिकल्प की जानकारी दी और अणुव्रत आचार सहिंता के महत्व पर अपने विचार व्यक्त किए ।
मंत्री श्री जितेन्द्र कुमार समदड़ीया के धन्यवाद ज्ञापन के साथ ही श्रीमती माला कात्रेला ने राष्ट्र गान का संगान कर कार्यक्रम को संपन्न किया । कार्यक्रम में अणुव्रत समिति चेन्नई के सदस्यों में श्री नरेन्द्र भंडारी, श्री राजेन्द्र भंडारी, श्री अरिहंत बोथरा मुथा, श्री पंकज चोपड़ा, श्री अशोक बैद,श्रीमती गुणवंती खटेड आदि उपस्थित थे।

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