आज विजयनगर स्थानक भवन में साध्वीश्री प्रतिभाश्रीजी म सा के मुखारबिंद से लगातार चल रहे अहिंसा के अवतार शासनपति श्रमण भगवान महावीरस्वामी की अंतिम देशना उत्तराध्यायन सूत्र का तृतीय स्वाध्याय वाचन प्रातः6 बजे से ही प्रारम्भ हुआ। स्वाध्याय के तत्पश्चात गौतम पड़वा रास की वाचनी हुई एवं नव वर्ष का महामांगलिक फरमायी गयी। जिसमें कई उपनगरों से श्रद्धालुओं ने भाग लेकर अपनी कर्मनिर्जरा करते हुए विजयनगर संघ का गौरव बढ़ाया। विजयनगर के समस्त श्रद्धालुओं ने नव वर्ष की मांगलिक लेकर ही अपने अपने प्रतिष्ठान खोले।
साध्वीश्रीजी ने सभी को शुभकामनाओ के साथ आशीर्वाद प्रदान किया। युवा संघ के सदस्यों ने बहुत अच्छी व्यवस्था संभाली।
संघ के मंत्री कन्हैया लाल सुराणा ने बताया कि महामांगलिक के साथ ही दीपोत्सव का पंचदिवसिय जाप अनुष्ठान व स्वाध्याय का कार्यक्रम सभी के सगयोग, तन्मयता व उमंग से सम्पन्न हुआ तथा आगे के कार्यक्रमो की जानकारी प्रस्तुत की। इस हेतु संघ के अध्यक्ष राजेन्द्र कुमार कोठारी ने सभी का आभार प्रकट करते हुए धन्यवाद दिया। टी दासरहल्ली संघ से अध्यक्ष दिनेश पोखरना ने साध्वीश्री जी की शकेकाल की विनती रखी।