योग भारत वसुंधरा का कल्पतरू है – साध्वी अणिमाश्री
साध्वी अणिमाश्रीजी के सान्निध्य में तेरापंथ युवक परिषद् चेन्नई के तत्वावधान में आचार्य महाश्रमण जैन तेरापंथ पब्लिक स्कूल, माधावरम् में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर आरोग्यम कार्यशाला आयोजित की गई। इस वर्कशॉप ने मुख्य प्रशिक्षक के रूप में श्री हरीश भंडारी एवं मुख्य वक्ता के रूप में श्री राकेश खटेड उपस्थित हुए।
साध्वी श्री अणिमाश्री ने अपने मंगल उद्बोधन में कहा – योग भारतीय संस्कृति का प्राण तत्व है। योग भारत की वसुंधरा पर बीज बनकर अंकुरित हुआ। ऋषि-मुनियों ने इसे अपनी साधना से सिंचन देकर योग को पल्लवित एवं पुष्पित किया और आज यह विशाल वटवृक्ष बनकर योग साधकों को शीतल छाया प्रदान कर रहा है। योग कल्पतरु एक कामकुंभ के सदृश्य है। योग साधना करने वाला मन इच्छीत फल प्राप्त करता है। मन की प्रसन्नता के लिए, शरीर की स्वच्छता के लिए एवं भावों की पवित्रता के लिए योग साधना आवश्यक ही नहीं अतिआवश्यक है।
*योग वह संजीवनी बूटी है, जो आधि, व्याधि को दूर कर परम समाधि की राह प्रशस्त करता है।* योग दिवस पर ही योग कर इतिश्री ना करें, बल्कि योग को जीवन का अंग बनाएं, ताकि योग हमारे लिए आरोग्य वरदाई बन जाए। साध्वी श्री ने आगे कहा हरीश भंडारी, राकेश खटेड़ एवं मानकचंद जी रांका सधे हुए योग-साधक हैं। ये स्वयं योग से जुड़े हुए हैं एवं दूसरों को भी करवाकर समय का सार्थक उपयोग कर रहे हैं। तेयुप चेन्नई ने सामायिक चिंतन कर कार्यक्रम की अच्छी संयोजना एवं व्यवस्था की है।
साध्वी कर्णिकाश्री, साध्वी सुधाप्रभा, साध्वी समत्वयशा एवं साध्वी मैत्रीप्रभा ने सूमधुर गीत का संगान कर योग की महत्ता को व्याख्याचित किया। मुख्य वक्ता राकेश खटेड ने अपने प्रभावशाली वक्तव्य में कहा योग हमारी धरोहर है। साधना का आधार योग है। महर्षि पतंजलि ने अष्टांग-योग का सुंदर निरूपण किया है। उससे भी हजारों वर्ष पहले योग गुरु आदिनाथ भगवन ने योग-साधना पद्धति को उल्लेखित किया। इसके साथ ही उन्होंने यौगिक क्रियाओं की सुंदर एवं प्रभावशाली प्रस्तुति देकर योगिक क्रियाओं को करने का आह्वान एवं प्रेरणा दी।
योग गुरु श्री हरीश भंडारी ने आसन प्राणायाम का रोचक एवं व्यवस्थित प्रशिक्षण दिया। अपने प्रशिक्षण से सारे श्रोताओं को बांधे रखा। तेयुप अध्यक्ष रमेश डागा ने योग दिवस की शुभकामना के साथ योग के महत्व को प्रकाशित करते हुए सभी समागत साधकों का स्वागत किया।
तेरापंथ सभा के मंत्री श्री प्रवीण बाबेल, प्रेक्षा प्रशिक्षक श्री मानकचंद जी रांका, महिला मंडल उपाध्यक्षा श्रीमती अलका खटेड ने अपने विचार रखें। कार्यक्रम का सुंदर संचालन तेयुप वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्री मुकेश नवलखा ने किया।
स्वरुप चन्द दाँती, प्रचार प्रसार प्रभारी
श्री जैन श्वेताम्बर तेरापंथी सभा, चेन्नई